धनतेरस पर सराफा बाजार में तेजी आने की उम्मीद थी। माना जा रहा था कि धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने के लिए लोगों की भीड़ टूट पड़ेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सोने-चांदी की ऊंची कीमतों के चलते सराफा बाजार की तरफ ग्राहकों ने रूख नहीं किया। ज्वैलरी और इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक, ऐसा सोने-चांदी की बड़ी हुई कीमतों और कोविड-19 के बीच आर्थिक मुश्किलों और सुस्त मांग की वजह से हुआ।
कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों को खरीदारी करने की छूट दी गई है। ऐसे में बाजार में कुछ सुधार तो देखने को मिला, लेकिन ऊंची कीमतों की वजह से ग्राहक सोने-चांदी को खरीदने या इसमें निवेश करने से बच रहे हैं। हालांकि, कई ग्राहकों ने ऑनलाइन ज्वैलरी प्लेटफॉर्म जैसे मेलोरा और अगमोंट के जरिए एडवांस में बुकिंग की है। लोग महामारी की वजह से घर से बाहर निकलने में भी डर रहे हैं।
धनतेरस पर गोल्ड की कीमतें
धनतेरस (गुरुवार) के दिन सोने की कीमतें 50,057 रुपए प्रति 10 ग्राम की ऊंचाई पर बनी हुई थीं। 2019 के धनतेरस के मुकाबले कीमतें 31 फीसदी ज्यादा थीं। उस वक्त 10 ग्राम सोने की कीमत 38,096 रुपए थी। चांदी की कीमतें भी बढ़कर 62,000 रुपए प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गईं थीं।
खरीदारी को लेकर एक्सपर्ट ओपिनियन
- वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के मैनेजिंग डायरेक्टर इंडिया के पीआर सोमसुंदरम ने कहा कि सेल में रिकवरी आ रही है, लेकिन यह पिछले साल की समान अवधि जितनी अच्छी नहीं होगी। लॉकडाउन की चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं, इसलिए ऊंची कीमतों, छोटे कारोबारियों की घबराहट और असंगठित वर्कफॉर्स की वजह से उम्मीदें ज्यादा नहीं हैं। डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म्स जो छोटी बचत का प्रचार कर रहे हैं, उनके बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
- मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के चेयरमैन एमपी अहमद ने कहा कि दिवाली से पहले धनतेरस ठीक खरीदारी के साथ शुरू हुआ है। ग्राहकों के बीच मांग बनी हुई है और उनकी सोच भी सकारात्मक है। कंपनियां अच्छे खरीदारी सीजन के लिए तैयार है जिसमें ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई ऑफर्स हैं। वे उनके ग्राहकों से प्रोत्साहन देने वाले रिस्पॉन्स की उम्मीद कर रहे हैं।
- ऑल इंडिया जेम और ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन ने कहा कि गुरुवार को ज्यादा भीड़ इसलिए नहीं थी, क्योंकि त्योहार को देश के ज्यादातर हिस्सों में शुक्रवार को मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाजार धीरे-धीरे रिकवर कर रहा है और ग्राहकों का सोच सकारात्मक है। इस साल धनतेरस दो दिन है इसलिए उन्हें 13 नवंबर को अधिक खरीदारी की उम्मीद है। वॉल्यूम के तौर पर उन्हें विश्वास है कि पिछले साल के कारोबार का 70 फीसदी करेंगे और मूल्य पिछले साल के धनतेरस के समान रहेगा।
- बेंगलुरु स्थित ऑनलाइन ज्वैलरी ब्रांड मेलोरा के फाउंडर और सीईओ सरोजा येरमिल्ली ने कहा कि हम किफायती रेंज में आने वाले हल्के आभूषणों की मांग में डिमांड देख रहे हैं। हम पिछले साल की धनतेरस की तुलना में इस बार 30 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।
- इधर, आईआईएम अहमदाबाद के इंडिया गोल्ड पॉलिसी सेंटर के चेयरपर्सन अरविंद सहाय ने कहा कि इस साल की धनतेरस की बिक्री उस व्यापार से बेहतर होगी, जिसकी उम्मीद की जा रही है।
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